भारतवर्ष के क्रांतिकारी संत बाबा राघव दास के अनुयायी पं० सिंहासन तिवारी जी 'कांत', पूर्वांचल में हिंदी भाषा के शीर्ष उन्नायको में रहें | हिंदी भाषा के उत्थान में इनका अप्रतिंग व्यक्तित्व आज भी अनन्यतम है| ब्रिटिश शासन काल में हिंदी सेनानियों की यह युगल मूर्ति 'स्वतंत्रता आंदोलन ' में अंग्रेजो के आँखो की किरकिरी थी | इनलोगो के आंदोलन से भयभीत होकर तत्कालीन कप्तान मूर ने बाबा जी के बरहज आश्रम को प्रतिबंधित कर दिया था|
श्री तिवारी जी के संघर्षमय जीवन के तिरोहित होने पश्चात इनके पौत्र श्री राकेश चंद तिवारी ने सन् २००७ में अपनी आजीविका कार्यवृत्ति को त्याग कर अपनी निष्ठा एवं संकल्प शक्ति को सम्बल बनाते हुए अल्प संसाधनों एवं संस्कारो की पृष्ठभूमि पर इस संस्था की स्थापना की है तथा इसने जो उपलब्धियां हासिल की है वह अपने आप में एक सफल प्रयोग है |
सम्प्रति , यह संस्था अपने शैशव काल में है| अथक परिश्रम अध्यवसाय , लगन एवं प्रबंधन को समेट कर संस्था के शैक्षिक स्तर को गुणवत्ता पूर्ण एवं बालविकास के अनुरुप सुरुचिकर दिशा में अग्रसर करने का श्रेय संस्था के स्टाफ का है | इसमें कोई अतिरेक नहीं की कोमल भावनाओं, मेधा ,एवं प्रतिभा को निखारने के अतिरिक्त सह- पाठवर्ती क्रियाओं , खेल-कूद एवं मनोरंजन पर विद्यालय प्रबंधन तथा शिक्षकों का विशेष बल रहता है|
अपरंच, इस अल्प अवधि में विद्यालय जनपद की मान्यता प्राप्त संस्थाओं में भी अपना एक स्थान रखता है | किन्तु बहु नाम यह सब कर गुजरने का जूनून अभिभावकों की असीम सहायता एवं सहयोग से ही सम्भव हुआ है|
'कर्मण्येवाधिकारस्ते माँ फलेषु कदाचन' भगवान् श्री कृष्ण ने गीता में जो संदेश अर्जुन को दिया है , वह इस दिशा को इंगित करता है | कर्म तो प्रधान है ही किन्तु परमानन्द प्राप्ति भी उसी के गढ़ रूप में अन्तर्निहित है| इस तथ्य से जो रूबरू होते हैं वही कर्म पथ पर सफल होते हैं | सम्भवतः कर्म एवं कर्त्तव्य एक दूसरे के पूरक हैं| पृथक होने पर कर्म एवं फल कदाचित मिथ्या हैं|
अंततः सभी शुभचिंतको, सहयोगियों, अभिभावकों एवं बच्चों के प्रति साधुवाद एवं स्नेह अर्पित करते हुए ईश्वर से संस्था की दिवनुदिन प्रगति तथा उज्जवल भविष्य की विनम्र अकाँक्षा रखता हूँ |
-श्री क्रांति कुमार तिवारी जी,Hon’ble Chairman, KVJSS
बात वर्ष २००७ की है, जब मीडिया क्षेत्र को शारीरिक दुर्बलता के कारण छोडना पड़ा। जागरूक समाज का अंग होने के कारण सामाजिक जिम्मेवारियो से दूर नही हो सकता था। वैचारिक झन्झावतों ने यह आभास कराया कि शिक्षित होने के नाते शैक्क्षणिक सेवा ही की जाये और इस पुनीत कार्य को आरम्भ करने के लिये अपने सामाजिक एवं वैचारिक प्रेरक आदरणीय सिंहासन तिवारी 'कांत' के नाम का ही सहारा उपयुक्त लगा। कान्त वैली जूनियर हाईस्कूल,'स्वर्गीय सिंहासन तिवारी कांत एजुकेशनल अकादमी' के अंतर्गत संचालित है |
आदरणीय 'कांत' जीवन पर्यन्त शिक्षा की अलख जगाते रहे। उनका ही अनुकरण करते हुये एक स्वस्थ समाज की रचना के लिये मै भी उनका ही अनुचर बना। देखते-देखते कांत वैली आज शिक्षा की लता के रूप मे पुष्पित पल्ल्वित हो रहा है।
संस्था का संचालक होने के नाते समाज को यह भरोसा देना चाहुँगा कि इस प्रांगड़ से निकला नौनिहाल देश और काल के शीर्ष पथ पर सुशोभीत होगा।
-श्री राकेश चंद तिवारी, Hon’ble Director, KVJSS
It was the year 2007 when due to some physical enervation, I was unable to synchronize with the field of Journalism. As an active part of the vigilant society I could not abandon my social responsibilities. The conceptual mess of my mind made me realized that as an educated person I must provide my services continuously to the field of education and with this thought I decided to start this hieratic work under the name of my ideological and social guru Respected Singhasan Tiwari Ji ‘Kant’. Kant Valley Junior High School runs under the Society "Late Singhasan Tiwari Kant Educational Academy Tube Well Colony, Deoria".
Venerable Kant throughout his life awaken the imagination of education. With pursuance of his ideology for the creation of a healthy society, I became his adherent and started this work. With time Kant’s Valley is continuously blooming and nurturing in its path.
As the Director of this institution, I want to assure the society that every sapling from our compound will one day mark his name in his field and will make the nation proud.
-Shri Rakesh Chand Tiwari, Hon’ble Director, KVJSS
Principal's Voice
Welcome to the Kant’s Valley Junior Secondary School website. Kant’s Valley school aspires to “Empower all students to succeed in their world.”
Kant’s Valley offers a wide variety of challenging, enjoyable and successful curricular opportunities, athletic programs, performing arts & musical program with various other activities.
It is our belief that school should be “The Experience of a lifetime”. In many cases the school experience sets the stage for successes later in life and provides a lifetime of positive memories for our students. We encourage your child to become involved & engaged inside and outside of the classroom. It will enhance their school experience. Kant’s Valley is proud of our continual goal of providing an excellent education for our students. You will find our instructors available to assist your child in achieving their goals. We have a dynamic, hardworking faculty who are involved in education to benefit your Child.
-Mrs. Archana Srivastava, Hon’ble Principal, KVJSS